Wednesday, December 28, 2011

टूट ही जाने दो अब दाम मसीहाई का !


टूट ही जाने दो अब दाम मसीहाई का !
हमसे छुपता ही नहीं जख्म शनासाई का !!

- कुलदीप अंजुम 

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