मेरा परिचय
तुम पूछ रहे हो परिचय क्या ,
मैं ख्वाब हूँ कोई तथ्य नही ,
मैं आशा हूँ ,अभिलाषा हूँ ,
कोई जीवन का सत्य नही ,
मैं हिस्सा नही हकीक़त का,
एक मीठी सी अंगडाई हूँ ,
मैं नव बसंत की कोंपल हूँ,
और पतझड़ की रुसवाई भी ,
मैं इस दुनिया के साथ भी हूँ ,
और "अंजुम " की तन्हाई भी- कुलदीप अन्जुम
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