आजा ज़िन्दगी आज फ़िर तुझे पुकारता हूँ मैं , कि राही फ़िर अकेला है...........
बहुत खूब.......जनाब......आपकी शायरी का जलवा छा गया है........मेरे ब्लॉग पर भी आपका स्वागत है....... अक्षय-मन
Behad sundar...! Aur koyee alfaaz nahee hain mere paas !
... बहुत खूब, दोनों ही अभिव्यक्तियाँ बेहद प्रभावशाली हैं !!!!
shama ji aur aur uday ji bahut bahut shukria
बहुत खूब.......जनाब......आपकी शायरी का जलवा छा गया है........मेरे ब्लॉग पर भी आपका स्वागत है.......
ReplyDeleteअक्षय-मन
Behad sundar...! Aur koyee alfaaz nahee hain mere paas !
ReplyDelete... बहुत खूब, दोनों ही अभिव्यक्तियाँ बेहद प्रभावशाली हैं !!!!
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