आजा ज़िन्दगी आज फ़िर तुझे पुकारता हूँ मैं , कि राही फ़िर अकेला है...........
लाजवाब शुभकामनायें
अपने शेर को पसंद किया
लाजवाब शुभकामनायें
ReplyDeleteअपने शेर को पसंद किया
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